स्थान: हल्दूचौड़, नैनीताल ज़िला
दीना देवरामपुर मार्ग, हल्दूचौड़ — एक सड़क जो कभी गांव को विकास की मुख्यधारा से जोड़ती थी, आज अपने खस्ताहाल और गड्ढों से भरी स्थिति के कारण आम जनता के लिए एक दुर्घटना और पीड़ा का रास्ता बन चुकी है। बारिश के मौसम में तो यह सड़क किसी दलदल से कम नहीं लगती। हर सुबह बच्चे इसी सड़क से स्कूल जाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी उन अभिभावकों की चिंता देखी है जो बच्चों को इस गड्ढे में डूबती सड़क से भेजते हैं?
यह सड़क मात्र एक मार्ग नहीं, बल्कि यहाँ के सात से आठ स्कूलों के बच्चों, किसानों, बुज़ुर्गों और आम नागरिकों की जीवनरेखा है। पर अफसोस, अब यही जीवनरेखा जनता के लिए एक खतरा बन चुकी है। कई बार स्थानीय प्रशासन, पीडब्ल्यूडी और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की, लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात। यहाँ तक कि फावड़ा लेकर गड्ढे भरने पड़ रहे हैं, जिसका उदाहरण ऊपर की तस्वीर में साफ देखा जा सकता है।
इस सड़क के किनारे बसी सैकड़ों की आबादी और आठ से अधिक विद्यालयों का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। एम्बुलेंस तक समय पर नहीं पहुँचती है
अब सवाल यह है —
क्या जब कोई बड़ा हादसा होगा, तब प्रशासन जागेगा?”
अब वक्त है कि सरकार और प्रशासन इस मौन पीड़ा को सुने, इससे पहले कि कोई मासूम ज़िंदगी इसकी कीमत चुकाएं।
“ये विकास नहीं, विनाश है”
दीना-देवरामपुर रोड जैसे कई ग्रामीण मार्ग सरकार की योजनाओं में भले हों, लेकिन धरातल पर वे शून्य हैं।
सरकारी घोषणाएं केवल लाउडस्पीकर पर बजने वाले वादे बनकर रह गई हैं। सड़क निर्माण के नाम पर फाइलें घूम रही हैं, जनता डूब रही है।
- यदि अब भी कोई नहीं सुनता, तो हम ग्रामीण, छात्र, अभिभावक — सब मिलकर इसे लेकर अदालत का दरवाज़ा खटखटाएँगे
1. दीना–देवरामपुर मार्ग की तत्काल मरम्मत और डामरीकरण कराया जाए।
2. सड़क निर्माण कार्य को विधानसभा प्राथमिकता में रखा जाए।
3. निर्माण कार्य की समयसीमा तय की जाए और जनता को जानकारी दी जाए
