लालकुआं (उत्तराखंड), 9 जुलाई:
लालकुआं क्षेत्र में ओवरलोड दाने से लदी भारी वाहन न केवल यातायात नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं, बल्कि आम नागरिकों, खासकर बाइक सवारों के लिए जान का जोखिम भी बन रही हैं। ताजा मामला एक ऐसे ट्रक का है जिसमें करीब 550 क्विंटल माल भरा हुआ था — जो तय सीमा से कहीं ज्यादा है।
स्थानीय लोगों की मानें तो इन ट्रकों से गिरता दाना सड़कों पर बिखर जाता है जिससे दोपहिया वाहन चालक संतुलन खो बैठते हैं और कई बार दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि ऐसी ओवरलोड गाड़ियां उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश की सीमा तक बेरोकटोक कैसे पहुंच जाती हैं, यह बड़ा सवाल बन गया है।
जब पोर्टल टीम ने मौके पर मौजूद ट्रक ड्राइवर से बात की, तो उसने खुलकर बताया कि वाहन में 550 क्विंटल तक माल लादा गया है। यह स्पष्ट रूप से मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन है।
बड़ा सवाल यह है कि जब पुलिस और ट्रैफिक विभाग बाइक सवारों पर हेलमेट, गाड़ी के कागज और ट्रैफिक नियमों को लेकर कठोर कार्रवाई करते हैं, तो इन बड़े ट्रकों पर कार्रवाई क्यों नहीं होती?
क्या इनके पास किसी प्रकार की “अनदेखी की छूट” है, या फिर यह प्रशासनिक लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण है?
यदि समय रहते प्रशासन ने इस पर सख्ती नहीं बरती, तो यह लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
